आईपीएल 2025 में कई मैच रोमांचक और यादगार रहे, लेकिन एक पल ने हर क्रिकेट प्रेमी को चौंका दिया—अब्दुल समद और निकोलस पूरन के बीच का रनआउट विवाद। इस घटना ने न सिर्फ फैंस बल्कि खिलाड़ियों के बीच भी चर्चाओं का दौर शुरू कर दिया। इस लेख में हम अब्दुल समद की भूमिका, मैच के विवादित पल और उसके बाद की घटनाओं पर प्रकाश डालेंगे।
सनराइजर्स हैदराबाद के इस उभरते ऑलराउंडर ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के खिलाफ मैच के 20वें ओवर में जो हुआ, वह चर्चा का विषय बन गया। निकोलस पूरन दो रन लेने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अब्दुल समद ने उन्हें वापस भेजा। इससे पूरन रनआउट हो गए, और उनका गुस्सा पूरे ड्रेसिंग रूम में साफ नजर आया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ।
पूरन का यह गुस्सा यूं ही नहीं था। जब वे पवेलियन लौटे, तो उन्होंने गुस्से में अपने बैटिंग पैड्स फेंक दिए और सोफे को जोर से धक्का मारा। पूरी घटना इस आर्टिकल में विस्तार से बताई गई है।
इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में एलएसजी ने 20 ओवर में 205 रन बनाए। अब्दुल समद ने बैटिंग में अपनी भूमिका निभाई जबकि पूरन ने 26 गेंदों में 45 रन की पारी खेली। इस दौरान दोनों के बीच तालमेल की कमी ने मैच को नया मोड़ दिया।
सोशल मीडिया पर इस रनआउट के बाद बहस छिड़ गई। कई लोगों ने अब्दुल समद के फैसले पर सवाल उठाए। वहीं, कुछ ने इस स्थिति को मैदान पर होने वाले दबाव का नतीजा भी बताया। पूरा वीडियो देखने के बाद कई फैंस ने अपने विचार साझा किए।
अब्दुल समद ने एक मुश्किल समय में तुरंत निर्णय लिया, जिससे विवाद उपजा। यह पल टीम के प्रदर्शन और खिलाड़ियों के आत्मविश्वास पर भी असर डाल सकता है। फ़्रैंचाइज़ी और कोचिंग स्टाफ़ ऐसी परिस्थितियों से सीखकर खिलाड़ियों को भावनात्मक रूप से तैयार करने का प्रयास करेंगे।
आईपीएल जैसे बड़े मंच पर ज़रा सी चूक भी चर्चा का विषय बन जाती है। अब्दुल समद ने चाहे जिस कारण से यह फैसला लिया हो, इस घटना से साफ है कि क्रिकेट मैदान पर हर निर्णय कितना मायने रखता है।