आईपीएल में कई ऐसे भारतीय क्रिकेटर्स हैं जिन्होंने सालों तक अपने प्रदर्शन से लीग को यादगार बनाया है। इन्हीं दिग्गजों में एक नाम है मनीष पांडे का। वह पहले भारतीय बल्लेबाज थे जिन्होंने आईपीएल में शतक जड़ा। इतने लंबे समय तक लगातार लीग का हिस्सा रहना किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि है। लेकिन क्या उन्हें उतना सम्मान मिला, जिसके वे हकदार थे?
मनीष पांडे का आईपीएल करियर 18 सीजन का है, जिसमें वे सात अलग-अलग टीमों से खेल चुके हैं। उनका शतक 2009 में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ आया, जो आज भी कई प्रशंसकों को याद है। कुल मिलाकर उन्होंने 172 मैचों में 3869 रन बनाए हैं। इतने लंबे समय तक किसी भी फॉर्मेट में टिके रहना उनकी मेहनत और लगन को दर्शाता है।
आईपीएल 2025 में जहां धोनी, विराट और रोहित शर्मा को 18 सीजन खेलने के लिए खास सम्मान मिला, वहीं मनीष पांडे के साथ ऐसा नहीं हुआ। इस लेख के मुताबिक, जितनी बड़ी उपलब्धि बाकी दिग्गजों ने पाई, उतनी ही मनीष पांडे ने भी, लेकिन उनका सम्मान सामने नहीं आया। जब उपलब्धि एक जैसी हो, तो मान-सम्मान में भी समानता होनी चाहिए।
आईपीएल 2025 के 57वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। अमर उजाला की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मनीष पांडे को इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया गया था। उनकी मौजूदगी अनुभव और स्थिरता दोनों लेकर आती है, जो टीम के लिए जरूरी है। मैचों के दौरान उन्होंने बखूबी अपनी भूमिका निभाई है।
भारतीय क्रिकेट प्रेमी अक्सर बड़े नामों पर ध्यान देते हैं, लेकिन मनीष पांडे जैसे खिलाड़ियों का योगदान भी बहुत मायने रखता है। उनका आईपीएल में निरंतर प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। उनके करियर, संघर्ष और सफलताओं के बारे में और जानने के लिए यह विस्तृत लेख पढ़ सकते हैं।
मनीष पांडे का आईपीएल में 18 सालों का सफर अपने आप में एक मिसाल है। उनके रोल को हमेशा याद रखा जाएगा और उम्मीद की जानी चाहिए कि उन्हें वह सम्मान भी जल्द मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं। क्रिकेट फैंस को चाहिए कि वे उनके संघर्ष और उपलब्धियों की सराहना करें और आने वाले सीजन में उनके प्रदर्शन का लुत्फ उठाएं।