भारतीय क्रिकेट में पार्थिव पटेल का नाम एक भरोसेमंद विकेटकीपर-बल्लेबाज़ और प्रभावशाली कोच के रूप में जाना जाता है। उनका करियर शानदार उपलब्धियों से भरा है। अपनी बेहतरीन विकेटकीपिंग और मैदान पर नेतृत्व की छवि से पार्थिव ने भारतीय टीम में खास पहचान बनाई है। आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने नए खिलाड़ियों को प्रेरित किया है।
पार्थिव पटेल का जन्म अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था। उन्होंने 17 साल की उम्र में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और देश के सबसे युवा विकेटकीपर बनने का गौरव प्राप्त किया। अपनी तेज़ प्रतिक्रिया, सुलझे हुए निर्णय और टीम भावना के लिए वे पहचाने जाते हैं। उनके करियर में बहुत-सी चुनौतियाँ आईं, लेकिन पार्थिव ने हर मौके पर खुद को साबित किया।
क्रिकेट से संन्यास के बाद पार्थिव पटेल ने कोचिंग और मेंटरशिप को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है। 2025 में आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस के सहायक कोच के तौर पर वे सक्रिय हैं। पार्थिव की रणनीतियां और उनके युवा खिलाड़ियों के साथ व्यक्तिगत संवाद टीम के लिए फायदेमंद रहे हैं।
पार्थिव पटेल ने हाल ही में शुभमन गिल की कप्तानी की जमकर तारीफ की। उनका मानना है कि गिल में एक महान कप्तान बनने की सभी योग्यताएँ हैं। उन्होंने गुजरात टाइटंस के ड्रेसिंग रूम का उदाहरण देते हुए कहा कि गिल की लीडरशिप वहां आसानी से महसूस की जाती है। (अमर उजाला द्वारा विस्तृत रिपोर्ट)
पार्थिव का साफ कहना है कि मैदान के अंदर या बाहर, गिल हमेशा सक्रिय और प्रेरणादायक भूमिका में रहते हैं। वे युवा खिलाड़ियों के साथ भी समय बिताते हैं, जिससे टीम का माहौल सकारात्मक रहता है। इस विषय पर आप नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट भी देख सकते हैं जहाँ कोचिंग टीम ने गिल की क्षमता को रेखांकित किया है।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर के तौर पर पार्थिव पटेल खेल की बारीकियों को समझते हैं। उनकी गाइडेंस गुजरात टाइटंस जैसे युवा टीम के लिए वरदान है। पार्थिव के अनुसार, कप्तान का प्रभावी और सकारात्मक होना जरूरी है, ताकि खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बना रहे।
गुजरात टाइटंस और अन्य टीमें पार्थिव पटेल की कोचिंग और मेंटरशिप से लगातार सीख रही हैं। कप्तानी चयन की चर्चाओं में भी उनका अनुभव और निष्पक्ष दृष्टिकोण सामने आता है। शुभमन गिल के संबंध में पार्थिव पटेल के विचारों की चर्चा हिन्दुस्तान की इस खबर में गहराई से हुई है।
पार्थिव पटेल का योगदान भारतीय क्रिकेट को प्रेरणा और मार्गदर्शन देता है। एक खिलाड़ी और कोच दोनों रूपों में उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बख़ूबी निभाया है। उनके विचार भविष्य के कप्तानों और खिलाड़ियों के लिए एक ठोस उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। क्रिकेट जगत में उनके अनुभव और नेतृत्व का प्रभाव लंबे समय तक याद रखा जाएगा।