भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे रजत पाटीदार ने बीते कुछ वर्षों में खुद को एक असाधारण बल्लेबाज के तौर पर स्थापित किया है। मैदान पर उनका आत्मविश्वास, धैर्य और तकनीकी कौशल प्रशंसकों के साथ-साथ विशेषज्ञों को भी प्रभावित करता है। आईपीएल में रजत पाटीदार की भूमिका केवल एक शीर्ष बल्लेबाज तक सीमित नहीं रही है, बल्कि उन्होंने नेतृत्व कौशल से भी अपना अलग मुकाम बनाया है।
रजत पाटीदार का क्रिकेट सफर छोटे शहर से शुरू हुआ, जहाँ संसाधनों की कमी थी। उनकी प्रतिभा को पहचान मिली क्लब और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के कारण। आरसीबी के लिए खेलने का मौका मिलना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।
आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी के समय, उन्हें शामिल न किए जाने पर निराशा जरूर हुई। उन्होंने खुद एक पॉडकास्ट में अमर उजाला पर विस्तार से बताया कि कैसे टीम से भरोसा मिलने के बावजूद उनकी अनदेखी हुई थी। फिर भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी। चोटिल खिलाड़ी के विकल्प के तौर पर जब टीम में आए, तो रजत ने खुद साबित किया कि वे मौके के हकदार हैं।
रजत पाटीदार माना जाता है कि स्पिन गेंदबाजी के सामने खड़े मजबूत खिलाड़ी हैं। वह अपने स्वीप शॉट के लिए पहचाने जाते हैं। इस कौशल का श्रेय वे भारतीय क्रिकेट के दिग्गज राहुल द्रविड़ को देते हैं।
अपने इंटरव्यू में उन्होंने नवभारत टाइम्स के साथ साझा किया कि किस तरह द्रविड़ की बल्लेबाजी और क्लब क्रिकेट के अनुभवों ने उनकी तकनीक को संवारा। कठिन पिचों और अनिश्चित परिस्थितियों में निरंतर अभ्यास से रजत ने स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी में महारथ हासिल की।
आईपीएल 2025 में विराट कोहली से कप्तानी मिलने के बाद पाटीदार ने खुद को चुनौतीपूर्ण भूमिका में पाया। दबाव जरूर था, लेकिन विराट के समर्थन और टीम के विश्वास ने उन्हें सहज किया।
बेंगलुरु टीम में लगातार प्रदर्शन के दौरान, पाटीदार ने 11 मैचों में 239 रन बनाकर टीम को मजबूती दी। उनका मुख्य लक्ष्य आरसीबी को पहली बार आईपीएल खिताब दिलाना है।
रजत पाटीदार की कहानी हर युवा खिलाड़ी के लिए एक मिसाल है। कठिनाई, अस्वीकार और दबाव के सामने उनका संघर्ष और समर्पण उन्हें खास बनाता है। आरसीबी का कप्तान बनने और मैदान पर उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्होंने दिखाया है कि लगातार मेहनत से कोई भी सपना पूरा हो सकता है। उनकी यात्रा से प्रेरणा लेकर कई नवोदित क्रिकेटर आगे बढ़ने का साहस पाएंगे।